आंगनबाड़ी केंद्रों पर पंजीकृत बच्चों में सिर्फ 40 फीसदी को ही हॉटकुक मिल सकेगा। शेष बच्चों को अनुपस्थित मानकर शासन ने उनके हिस्से के राशन का आवंटन नहीं किया है। योजना के लिए 1069 क्विंटल राशन कोटेदारों को आवंटित कर दिया गया है। शासन के निर्देश पर विभाग ने योजना को शुरू करा दिया है।
शासन ने आंगनबाड़ी केंद्रों पर 1,15,614 पंजीकृत बच्चों को स्वस्थ रखने के लिए बीते वर्ष हॉटकुक योजना का संचालन फिर से शुरू करने का निर्देश दिया। योजना में कुछ पेेंच फंस जाने के बाद फिर उसके क्रियान्वयन पर रोक लग गई।
हालांकि अक्तूबर में फिर शासन के निर्देश पर कोटेेदारों को राशन आवंटित कर दिया गया लेकिन क्रियान्वयन नहीं शुरू हो सका। बाल विकास विभाग के मुताबिक वर्ष 2020 में शासन की ओर से प्राथमिक विद्यालयों के सहयोग से योजना का क्रियान्वयन करने के निर्देश पर बाल विकास विभाग ने हॉटकुक योजना शुरू कर दी है।
योजना को शुरू करने के साथ ही शासन के निर्देश पर अगले माह के लिए राशन का आवंटन भी कर दिया गया है। बाल विकास विभाग के मुताबिक अब योजना का संचालन निरंतर चलता रहेगा।
आंगनबाड़ी केंद्रों पर मौजूदा समय में 1,15,614 बच्चे पंजीकृत हैं। शासन ने अपनी योजना के मुताबिक इसमें सिर्फ 40 फीसदी बच्चों को ही गर्म भोजन देने की योजना को अमलीजामा पहनाया है।
हालांकि 40 फीसदी के बजाय शासन ने करीब 50 फीसदी से थोड़ा अधिक 61,086 बच्चों के लिए गेहूं व चावल आवंटित किया है। शासन का मानना है कि केंद्रों पर अधिकतम 40 फीसदी बच्चे ही उपस्थित रहते हैं। इसे देखते हुए शासन ने 50 फीसदी बच्चों के लिए ही राशन का आवंटित किया है।