कोरोना वायरस के संक्रमण को लेकर किए गए लॉक डाउन के बाद जिले में कर्फ्यू जैसा नजारा दिखा। शहर समेत ग्रामीण क्षेत्रों में दुकानें बंद रहीं। सड़कें वीरान रहीं। सड़कों पर पुलिस व प्रशासन के ही वाहन हलचल मचाते रहे।
इक्का-दुक्का चलने वाले बाइक व कार सवारों को पुलिस व प्रशासन के अधिकारी कड़ाई के साथ पेश आए। प्रशासन व पुलिस ने शहर का जायजा लिया और स्थिति को देखी। प्रशासन ने हर हाल में लोगों को घरों में रहने का आदेश जारी किया है। घरों से बाहर निकलने पर कार्रवाई की भी चेतावनी दी गई है।
मुख्यमंत्री के निर्देश पर जिला प्रशासन ने मंगलवार की रात पहले तीन दिन के लॉक डाउन की घोषणा की। रात आठ बजे प्रधानमंत्री की ओर से 21 दिन के लॉक डाउन की घोषणा के बाद शासन से आए निर्देश पर जिलाधिकारी ने 14 अप्रैल तक जिले में लॉक डाउन कर दिया है।
लॉक डाउन के दौरान डीएम ने सभी दुकानों को बंद रखने और लोगों को अपने घरों में रहने का आदेश जारी किया है। साथ ही प्रशासन के अधिकारियों को निर्देश जारी करते हुए पुलिस अधीक्षक से शासन के आदेश का अनुपालन कराने की अपेक्षा की है।
बुधवार से शुरू लॉक डाउन के बाद शहर समेत ग्रामीण क्षेत्रों का नजारा बदल गया। शहर समेत ग्रामीण क्षेत्रों की दुकानें बंद रहीं और सड़कें सूनी रहीं। सड़कों पर पुलिस व प्रशासन के वाहन फर्राटा भरते रहे और लोगों को आदेश का अनुपालन करने के लिए सचेत करते रहे।
सड़कों पर मौजूद पुलिस व अधिकारी शहर व ग्रामीण क्षेत्रों में बिना वजह घूमने वाले इक्का-दुक्का बाइक व कार सवारों को सचेत करते रहे। हालांकि पुलिस व प्रशासन ने पहले दिन ज्यादा सख्ती नहीं दिखाई। हालांकि सख्ती बढ़ने की उम्मीद जताई जा रही है।